
महराजगंज। वह कौन सी मजबूरी होती हैं जब माफियाओं के सामने पुलिस शरणागत की स्थिति में हो जाती हैं।कहा जाता हैं कि कानून के हाथ बहुत ही लंबे होते हैं लेकिन मात्र छः किलोमीटर की दूरी पर निचलौल पुलिस को यह भनक तक नही लग पा रही हैं कि हमारे आसपास अवैध सिल्ट खनन भी हो रहा हैं।
बताते चले कि देवरियां नहर की शाखा (ऊपरी नहर)सिधावे से निकलकर बसूली जाने वाली नहर में सेमरहना टोला रनीयहवां सिवान से लेकर अरदौना पुल तक रोजाना सैकड़ो गाड़ियां अवैध सिल्ट खनन कर क्षेत्र में सप्लाई की जा रही हैं।हास्यप्रद बात यह हैं कि तहसील प्रशासन हो या पुलिस प्रशासन किसी को कानो -कान पता तक नही हैं।क्या कानून से बड़ा हाथ माफियाओं का हो चुका हैं।